Sunday, August 29, 2010

चिली में सुरंग खोदने की तैयारी

चिली में खदान में फंसे 33 खनिकों को बाहर निकालने के लिए तैयारियां ज़ोरों पर हैं.
इस कोशिश में एक हाइड्रौलिक नली के कल पुर्ज़ों को जोड़ने का काम किया जा रहा है जिसके सहारे एक शाफ़्ट को खदान में नीचे उतारा जाएगा. इसी शाफ़्ट में बैठकर एक एक करके खनिक बाहर आ सकेंगे.
हांलाकि घटनास्थल पर राहत के इंतज़ाम के लिए खुदाई रात-दिन हो रही है लेकिन इस बचाव कार्य में कई महीने लग सकते हैं.
चीफ़ इंजीनियर आंद्रे साउग्रे ने कहा है कि "हमने मशीन के प्लैटफ़ॉर्म को बनाने का काम पूरा कर लिया है.हम उम्मीद करते हैं कि रविवार और सोमवार के बीच हम शाफ़्ट को नीचे उतारने का काम शुरू कर देंगे."

खनिकों को हो रहा है डिप्रेशन

चिली की धंसी हुई खदान में फंसे 33 खनिकों में से कुछ अवसाद का शिकार हो रहे हैं.
चिली के स्वास्थ्य मंत्री जेम मनालिच का कहना है कि इनमें से पाँच लोग ठीक से खाना नहीं खा रहे हैं और उन्होंने स्वयं को फ़िल्माए जाने से इनकार कर दिया.
स्वास्थ्य मंत्री का कहना था कि मनोवैज्ञानिक इंटरकॉम के ज़रिए इन लोगों के उपचार की कोशिश करेंगे.
इंजीनियरों का कहना है कि इन्हें बचाने के लिए सुरंग बनाए जाने का काम सोमवार से शुरू होगा हालाँकि उसे पूरी तरह तैयार होने में चार महीने तक लग सकते हैं.
पिछले तीन हफ़्ते से फंसे इन लोगों का पता केवल 22 अगस्त को ही लग पाया था.
खनिकों को बुधवार को बता दिया गया था कि उन्हें बाहर निकालने में चार महीने तक का समय लग सकता है.
स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि उस समय तो उन्होंने शांत भाव से इस ख़बर को सुना लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि मानसिक रूप से उन्हें भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
हमने मशीन के प्लैटफ़ॉर्म को बनाने का काम पूरा कर लिया है.हम उम्मीद करते हैं कि रविवार और सोमवार के बीच हम शाफ़्ट को नीचे उतारने का काम शुरू कर देंगे.
आंद्रे साउग्रे,चीफ़ इंजीनियर
एक छोटी सी सुरंग नीचे तक खोदी गई है जिससे इन्हें खाना और पानी पहुँचाया जा रहा है.

स्पेन और ऑस्ट्रेलिया से वे उपकरण मंगाए गए हैं जिनके ज़रिए इन्हें बाहर निकालने के लिए एक बड़ी सुरंग तैयार की जाएगी.
इन खनिकों ने स्वयं ही एक फ़िल्म तैयार की जिसका चिली के टेलीविज़न पर प्रसारण हुआ. इतनी बड़ी मुसीबत से जूझने के बावजूद इनमें से अधिकतर शांत नज़र आ रहे थे.

लेकिन, जैसाकि चिली के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है इनमें से पाँच लोग इस फ़िल्म में दिखाई नहीं पड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा, इन व्यक्तियों ने ख़ुद को अलग-थलग कर लिया है. वे फ़िल्म में दिखाई नहीं देना चाहते थे और वे ठीक से खा भी नहीं रहे हैं. मैं तो यह कहूँगा कि इसके लिए सही शब्द डिप्रेशन यानी अवसाद है.
सभी 33 खनिकों के परिवार खदान के बाहर पहरा दे रहे हैं.
बीबीसी के जेम्स रेनॉल्ड्स का कहना है कि रिश्तेदारों से कहा जा रहा है कि वे खान में फंसे अपने प्रियजनों को उनका मनोबल बनाए रखने के लिए पत्र भेजते रहें.
इस बीच खनिकों के परिवारजन इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि जब एक दुर्घटना के बाद खान बंद कर दी गई थी तो फिर एक साल बाद 2008 में उसे दोबारा खोलने का निर्णय क्यों लिया गया.
अट्ठाईस खनिकों के परिवार वालों ने खदान कंपनी के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया है.
हालाँकि कंपनी के मालिकों ने इस दुर्घटना की ज़िम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है.
अपने लंबे इंतज़ार के दौरान उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से चुस्त रखने के लिए विशेष कसरत और खेलों के कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं.
खनिकों से यह भी कहा गया है कि वे रात और दिन के बीच फ़र्क़ करते रहें.
अगले हफ़्ते अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वे डॉक्टर वहाँ पहुँच रहे हैं जो अंतरिक्षयात्रियों को उनके लंबे मिशन के दौरान स्वस्थ रहने के गुर बताते हैं. ये डॉक्टर चिली में चिकित्सा अधिकारियों की मदद करेंगे.


:- बी बी सी हिंदी के सौजन्य से

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